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Wednesday 10 June 2015

योग और प्रबंधन


उद्योगपति राजीव बजाज के अनुसार योगगुरू  बी.के.एस. आयंगार ने उन्हें बताया -

"प्रबंधन और योग  संरेखण मात्र से संबंधित हैं - एक हिस्से को दूसरे हिस्से से मिलाना, सभी हिस्सों को समग्रता के साथ एकाकार करना और इस समष्टि को एक वृहत उद्देश्य के साथ एकाकार करना।"


Yoga Guru B. K. S. Iyangar told to Rajeev Bajaj , the Industrialist-

"Management like YOGA is just about alignment- alignment of one part with another, all parts with the whole and the whole with a higher purpse." 

Saturday 14 December 2013

सदाचार-सुंदरता-सुमेल-सुव्यवस्था-शांति

           यदि हृदय में सदाचार हो तो चरित्र सुंदर बनता है,जब चरित्र सुंदर बनता है तो घर में सुमेल होता है ,  जब घर में सुमेल होता  है तो राष्ट्र में सुव्यवस्था आती है, और जब राष्ट्र में सुव्यवस्था होती है तो विश्व में शांति बनी रहती है.
                            -डॉ.ए.पी.जे. कलाम

          When there is righteousness in the heart there is beauty in the character , when there is beauty in the character there is harmony in the house , when there is harmony in the house there is order in the nation,and when there is order in the nation there is peace in the world.
                                                                                         -Dr.A.P.J.Kalam

          

Tuesday 26 November 2013

26/11 की बरसी पर! /On the anniversary of 26/11

         
         26/11  की पहली बरसी पर होटल ताज,मुंबई के महाप्रबंधक श्री कर्मबीर सिंह कंग ने जिनका परिवार उक्त आतंकवादी हमले में खत्म  हो गया अपनी प्रतिक्रिया निम्नलिखित  शब्दों में दी  थी-

           "घटनाएं जीवन के बारे में आपका दृष्टिकोण बदल देती हैं. आप जीवन में सब कुछ सुनिश्चित समझ रहे होते हैं पर एक दिन पाते हैं कि जीवन में कुछ भी स्थाई नहीं है. .................अब मैं प्रत्येक दिन के बारे में बस केवल उस दिन सोचता हूँ. आपको जीवन में कुछ उद्देश्य पाना होता है. मेरा उस समय तक होटल में बने रहना आवश्यक  था जब तक कि पूरा होटल फिर पहले की तरह कार्यरूप में  न आ जाए. ........जीवन रोलर-कोस्टर की तरह है जिसमें ऊँच-नीच लगी रहती है.  ..........सबसे महत्वपूर्ण  यह है कि आप विश्वास और आशा को न खो बैठें."

          On  the  first  anniversary  of  26/11 Karambir  Singh  Kang, General  Manager  of  Hotel Taj/Mumbai  whose  family  was  destroyed  in  26/11  attack  on Taj,Mumbai told  this-

          "Events  change  one's  perspective  on  life.You  tend  to   take  things  for  granted  but  one  day  realize  nothing  in  life  is  permanent.  ..................Now  I'm  taking  each day  as  it  comes.You've  to  find   some  purpose  in  life.For  me  it  was  important  to  stay  back  at  least  till  the  entire  hotel  becomes  operational.  ........Life  is  a roller-coaster full  of  ups  and  downs.  .........What  is  important  is  to  not  to  lose  faith  &  hope. "

Saturday 23 November 2013

धर्मान्धता

शिवाजी द्वारा औरंगजेब को लिखे गए उनके पत्र में -

"शहंशाह !अगर सचमुच  कुरान में  आपको  भरोसा है तो आप रब्ब-उल-अलामीन (सबके खुदा) को मानेंगे न कि रब्ब-उल-मुसलमीन ( मुसलमानों  के खुदा )  को.........धर्मान्धता दिखाना कुरान के लफ्जों को बदलने जैसा है."

                इश्तियाक हुसैन  कुरैशी कृत 'दि मुस्लिम कम्युनिटी ऑफ दि इंडो-पाकिस्तान सबकांटिनेंट',पृ164,  राजमोहन गाँधी कृत "मुस्लिम मन का आइना" में पृ 25 पर  उद्धृत